गढ़वाल भ्रात्रा ग्रुप एक ऐसा सामाजिक परिवार है जिसका उद्देश्य गढ़वाली समाज की भाषा, संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखना और उन्हें नई पीढ़ी तक पहुँचाना है। यह समूह समाज के सभी वर्गों को जोड़कर आपसी भाईचारा, सहयोग और प्रगति की राह पर ले जाने का संकल्प लेता है।

इस मंच के माध्यम से न केवल पारंपरिक मेलों, त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, बल्कि शिक्षा, रोजगार और व्यवसाय में भी एक-दूसरे को मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया जाता है। यहाँ युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए आधुनिक अवसरों का लाभ उठाने की प्रेरणा मिलती है, वहीं समाज के अनुभवी लोग अपनी जीवन-यात्रा का अनुभव साझा करते हैं।

गढ़वाल भ्रात्रा ग्रुप का विश्वास है कि एकता और सहयोग के माध्यम से ही समाज को मजबूत बनाया जा सकता है। यही कारण है कि यह समूह सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि एक ऐसा परिवार है जहाँ हर सदस्य को अपनापन, समर्थन और सम्मान प्राप्त होता है। हमारा संकल्प है कि आने वाली पीढ़ियाँ गर्व के साथ अपनी गढ़वाली पहचान को आगे बढ़ाएँ और समाज नई ऊँचाइयों तक पहुँचे।

सादस्यथा लाभ

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए पठन सामग्री उपलब्ध कराना

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए पठन सामग्री उपलब्ध कराना शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। ऐसी सामग्री में किताबें, नोटबुक, स्टेशनरी, और अध्ययन संबंधी अन्य आवश्यक उपकरण शामिल होते हैं। इससे बच्चों को शिक्षा में समान अवसर प्राप्त होते हैं और वे अपनी पढ़ाई में पीछे नहीं रहते।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की देखभाल

आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों के आकस्मिक निधन की स्थिति में उनके परिवार और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। इस पहल के तहत, बच्चों की देखभाल और उनका पालन-पोषण तब तक किया जाएगा जब तक वे 12वीं कक्षा तक अपनी पढ़ाई पूरी न कर लें।

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए उच्च शिक्षा काउंसलिंग

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अंतर्गत बच्चों को उनके करियर और शिक्षा के लिए निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस काउंसलिंग में छात्र-छात्राओं को उपयुक्त कोर्स, कॉलेज/विश्वविद्यालय का चयन, प्रवेश प्रक्रिया, छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता के अवसरों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाता है।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए सहायता और स्वास्थ्य सेवाएँ

कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद करना अत्यंत आवश्यक था। इसी के तहत इन परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई ताकि उन्हें भोजन की कमी का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, गंभीर रूप से बीमार या जरूरतमंद लोगों के लिए ऑक्सीजन कंसनट्रेटर उपलब्ध कराए गए, जिससे उनकी जीवन रक्षा में मदद मिली और स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों का समाधान हुआ।

समय-समय पर स्वास्थ्य जाँच शिविरों का आयोजन

समय-समय पर स्वास्थ्य जाँच शिविरों का आयोजन करना समुदाय के लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इन शिविरों में ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, नेत्र जांच और अन्य सामान्य बीमारियों की जाँच की जाती है। इसके अलावा, लोगों को स्वस्थ जीवनशैली, पोषण और स्वच्छता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान की जाती है।

महान विभूतियों और प्रबुद्ध महानुभावों की स्मृति में वृक्षारोपण

उत्तराखण्ड के महान विभूतियों और प्रबुद्ध महानुभावों के जन्मदिवस तथा पुण्य तिथियों पर वृक्षारोपण करना अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पौधे लगाकर न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया जाता है, बल्कि उनके आदर्शों और शिक्षाओं का सम्मान भी किया जाता है।

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए पठन सामग्री उपलब्ध कराना

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए पठन सामग्री उपलब्ध कराना शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। ऐसी सामग्री में किताबें, नोटबुक, स्टेशनरी, और अध्ययन संबंधी अन्य आवश्यक उपकरण शामिल होते हैं। इससे बच्चों को शिक्षा में समान अवसर प्राप्त होते हैं और वे अपनी पढ़ाई में पीछे नहीं रहते।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की देखभाल

आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों के आकस्मिक निधन की स्थिति में उनके परिवार और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। इस पहल के तहत, बच्चों की देखभाल और उनका पालन-पोषण तब तक किया जाएगा जब तक वे 12वीं कक्षा तक अपनी पढ़ाई पूरी न कर लें।

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए उच्च शिक्षा काउंसलिंग

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अंतर्गत बच्चों को उनके करियर और शिक्षा के लिए निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस काउंसलिंग में छात्र-छात्राओं को उपयुक्त कोर्स, कॉलेज/विश्वविद्यालय का चयन, प्रवेश प्रक्रिया, छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता के अवसरों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाता है।